बितलै राति भेलै भोर गे बहिना
रहि गेलै पियासल ठोर गे बहिना
आसक नामपर खेपल अपन जीबन
के पोछत हमर दुख नोर गे बहिना
रहलहुँ राति भरि उसनैत अपनाकेँ
साँचे दुखमे छै बड़ जोर गे बहिना
गुड्डी बनि छलहुँ उपरे उपर सदिखन
के तोड़लकै नेहक डोर गे बहिना
अनचिन्हार देलक किछु निशानी आ
दुनियाँ लागै बस अंगोर गे बहिना
सभ पाँतिमे 2221+2221+222 मात्राक्रम अछि,
तेसर, चारिम आ मक्तामे 1-1टा दीर्घकेँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
रहि गेलै पियासल ठोर गे बहिना
आसक नामपर खेपल अपन जीबन
के पोछत हमर दुख नोर गे बहिना
रहलहुँ राति भरि उसनैत अपनाकेँ
साँचे दुखमे छै बड़ जोर गे बहिना
गुड्डी बनि छलहुँ उपरे उपर सदिखन
के तोड़लकै नेहक डोर गे बहिना
अनचिन्हार देलक किछु निशानी आ
दुनियाँ लागै बस अंगोर गे बहिना
सभ पाँतिमे 2221+2221+222 मात्राक्रम अछि,
तेसर, चारिम आ मक्तामे 1-1टा दीर्घकेँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि।
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