गुरुवार, 2 अक्तूबर 2014

गजल

करै छी अहाँ पर विश्वास हे मैया
कऽ दिअ ने हमर पूरा आश हे मैया

चढायब चरणपर अड़हूल नित ललका
करब हम अहीँकेँ उपवास हे मैया

हरू कष्ट जग जननी पूत बुझि हमरा
करू दर्द मोनक सभ नाश हे मैया

जियब एहि जगमे ककरा भरोसे हम
शरणमे त अप्पन दिअ बास हे मैया

रहब भक्तिमे डूबल राति दिन कुन्दन
रहत साँसमे जा धरि साँस हे मैया

मात्राक्रम : 122-122-221-222

© कुन्दन कुमार कर्ण

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों