उधारक बेर हमहीं रहबै
हिसाबक बेर हमहीं रहबै
रहै जजमान कतबो किनको
प्रसादक बेर हमहीं रहबै
सबूतक ढेरपर नाचत सभ
फसादक बेर हमहीं रहबै
पिया देतै भने अमरित ओ
पियासक बेर हमहीं रहबै
कियो बनबे करत सिंदूर
पिठारक बेर हमहीं रहबै
सभ पाँतिमे 1222+122+22 मात्राक्रम अछि।
अंतिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघुकेँ संस्कृत हिसाबें दीर्घ मानल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
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