सोमवार, 11 अप्रैल 2011

कता




जकर अगैंठीमोड़ एतेक सुन्दर
तकर देहक हिलकोर केहन हेतैक
जकर आँखिक नोर एतेक सुन्दर
तकर हँसी भरल ठोर केहन हेतैक

2 टिप्‍पणियां:

  1. पहिल दोसर आ चारिम 21 मात्राक आ मात्र दोसर 19 मात्राक अछि, तेसर मे 2 मात्रा बढ़ा क'आ सभ पाँतीकेँ दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ वा दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व सँ प्रारम्भ क' एकरा रुबाइ बना सकै छलहुँ/ छी, बड्ड नीक कता।

    जवाब देंहटाएं

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों