अनचिन्हार आखर
A Research Blog On Maithili Ghazal & Sher-o- Shayari
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
बुधवार, 20 अप्रैल 2011
रुबाइ
देखलों जे अहाँ के रूप गोरी
मोन में उठैत ये हूक गोरी
शब्द नै बचल ये कहबाक लेल
भए गेलों ये हम मूक गोरी
1 टिप्पणी:
Ashish Anchinhar
4/20/2011 11:51 am
उत्तम , दिन पर दिन नीक भेल जा रहल छी|
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
उत्तम , दिन पर दिन नीक भेल जा रहल छी|
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