अनचिन्हार आखर
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
मंगलवार, 19 अप्रैल 2011
रुबाइ
देखलों जे अहाँक रूप चंद्रा चकोर
अन्हरियो में लागेत जेना इजोर
कतेक काल से रही दिनक इंतज़ार में
घुंघटा से उठेलो ते भए गेल भोर
2 टिप्पणियां:
prashant mishra
4/19/2011 3:58 pm
महो-महो क देलियैक
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SUNIL KUMAR BHANU
4/20/2011 11:27 am
धन्यवाद प्रशांत जी
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
महो-महो क देलियैक
जवाब देंहटाएंधन्यवाद प्रशांत जी
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