बाल गजल
नानी मौसी मामा दे
कक्का काकी बाबा दे
हमरो चाही किछु ने किछु
काशी मथुरा काबा दे
पिज्जा बर्गर चारि दिनक
मुरही भुज्जा लाबा दे
हमहूँ बनबै सोना सन
चुल्हा भट्ठी आबा दे
बरखा बुन्नी अपने छै
घैला चुकरी डाबा दे
सभ पाँतिमे 22+22+22+2 मात्राक्रम
अछि।
तेसर शेरक पहिल पाँतिमे दूटा
अलग लघुकेँ एकटा दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
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