सोमवार, 7 अप्रैल 2014

गजल



मस्जिद महँक भगवान छी हम
मन्दिर महँक रहमान छी हम

चढ़लहुँ अपन कन्हा तखन आइ
रामक बनल हनुमान छी हम

हटलो रहू सटलो रहू से
चिचिया रहल समसान छी हम

संतान अछि सैतान मीता
खाली महल दरबान छी हम

तीसी हँसल सरिसों सजल आ
गुम्हरि रहल नव धान छी हम

सभ पाँतिमे 2212+2212+2 मात्राक्रम अछि।
दोसर शेरक पहिल पाँतिक अंतमे 1टा लघु अतिरिक्त लेबाक छूट लेल गेल अछि।

सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों