शनिवार, 15 फ़रवरी 2014

गजल

बाल गजल

मामा हमर खटाइ छै
मामी मुदा मिठाइ छै

नानी रखै नुका नुका
मौसी हमर बिलाइ छै

माए हमर तँ पानि सन
बाबू हमर सलाइ छै

भैया रहै डरल डरल
भौजी हमर अताइ छै

गुड्डी जकाँ उड़ल फिरी
दीदी हमर लटाइ छै

सभ पाँतिमे 2212+12+12 मात्राक्रम अछि।
@

जे नै करत पढ़ाइ रौ
छौंकी तकर दवाइ छै

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों