गुरुवार, 14 मार्च 2013

गजल


पासी भाइ ठोरमे ताड़ी लगा दे हमरा
हम छी मरल आब तोंही सभ जिया दे हमरा

देशक तंत्र भेल छै मजगूत कोना मानू
जनता केर दुख हटा ई सभ बुझा दे हमरा

हम डिबिया बनब कने तों आबि जो फनिगा बनि
आ जरि मरि क' आब सोहागिन बना दे हमरा

सुरजो आब गानि रहलै टका चुप्पे चुप्प
नै अन्हार रहत ऐठाँ जरा दे हमरा

अनचिन्हार कानि रहलै हमर मरलापर
चचरीपरसँ आब तों सभ उठा दे हमरा



मात्रा क्रम---२२२१--२१२२--१२२--२२ हरेक पाँतिमे

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों