सोमवार, 11 मार्च 2013

भक्ति गजल

भक्ति गजल-5

 

 डूबि रहलै नैया बीच भँवर मैया
काँपि रहलै छाती फेर हमर मैया

थाकि गेलौं तोहर घरक बाटपर माँ
तन सकै नै चलबै कोन डगर मैया

तारि देलौं सबकें चरणमे बजा माँ
बाज एतै बारी कखन हमर मैया

दानवक दलपर बनि काल टूटि पड़लें
थम्हतै कहिया संकटक लहर मैया

जोड़ि कर विनति बस एतबे करब हम
"अमित" दिश दे एक्को बेर नजर मैया

फाइलातुन-मफऊलातु-फाइलातुन
2122-2221-2122

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों