शुक्रवार, 28 जून 2013

गजल

गजल-५६

लोभ छोडू द्वेष भागत
नेह बाँटू नीक लागत

सच जँ बाजब मान भेटत
फूसिकें सभ लोल दागत

मैथिली भाषा अपन अछि
मैथिलक बड़ पैघ तागत

एकता मैथिल जँ राखब
सुतल मिथिला फेर जागत

फेर हँसती मैथिली माँ
नवल नव-विश्वास जागत

*फाइलातुन+फाइलातुन /  मात्राक्रम-२१२२+२१२२
(तिथि-१३.०३.२०१३)
©पंकज चौधरी "नवलश्री"

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों