मोन कोना अजबारब ई अजबारल अछि
दीप बारब कोना ई पहिने बारल अछि
शेष नहि किछु आब लुटायब जिनगी कोना
जे बचल अछि से सब पहिने से धारल अछि
ओ हँसै वा कानै गाछी मे सारा पर
भावना सब अख़नो सीना मे गाडल अछि
दान कय ओ चल गेला तजि लोकक माया
पूत धी के रेखा बीचे मे पारल अछि
चूल्हि रागक मिझबै जाऊ मिलि जुलि कें सब
कैक पीढ़ी से ई मिथिला मे लारल अछि
२१२२ २२२२ २२२२
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