रविवार, 9 मार्च 2014

गजल

प्रस्तुत अछि योगानंद हीरा जीक गजल--

मोनमे अछि सवाल बाजू की
छल कपट केर हाल बाजू की

दुख सुखक गप्प आब सूनत के
सभ बजा रहल गाल बाजू की

छोट सन चीज कीनि ने पाबी
बाल बोधक सवाल बाजू की

माँग सभहँक ओहिना बड़का
आँखि सभहँक बिड़ाल बाजू की

भाग लिखलक लालट ई मँहगी
हाथ लेलक भुजाल बाजू की

सभ पाँतिमे २१२२-१२-१२२ मात्राक्रम अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों