आरे तिरपित पारे तिरपित
कनही कुक्कुर माँड़े तिरपित
सुस्ता रहलै सरकार चुना
देशक जनता ठाड़े तिरपित
मनबैए मधुमास धनिकबा
हम्मर भाग अखाढ़े तिरपित
दुन्नू साँझ उठौना लागल
बाछी हमर लथारे तिरपित
जोर अछार हुनक आँगनमे
हमर दुआरि सुखाड़े तिरपित
सभ पाँतिमे 222+222+22 मात्राक्रम अछि।
दूटा अलग-अलग लघुकेँ एकटा दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
ई गजल अनचिन्हार आखरमे सरल वार्णिक रूपमे प्रस्तुत भ' चुकल अछि।
कनही कुक्कुर माँड़े तिरपित
सुस्ता रहलै सरकार चुना
देशक जनता ठाड़े तिरपित
मनबैए मधुमास धनिकबा
हम्मर भाग अखाढ़े तिरपित
दुन्नू साँझ उठौना लागल
बाछी हमर लथारे तिरपित
जोर अछार हुनक आँगनमे
हमर दुआरि सुखाड़े तिरपित
सभ पाँतिमे 222+222+22 मात्राक्रम अछि।
दूटा अलग-अलग लघुकेँ एकटा दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
ई गजल अनचिन्हार आखरमे सरल वार्णिक रूपमे प्रस्तुत भ' चुकल अछि।
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