सोमवार, 18 जुलाई 2011

गजल

मनुख पर भुकैए कुकूर

खजाना के तँ लुटैए कुकूर


की मनु की आदम की छै हौआ

नियम बना तोड़ैए कुकूर


लक्ष्य नै बाटे-बाट पसरल

बेमतलब दौड़ैए कुकूर


आगि-पानि-बसात बेकाजक

रंग-महल मे रहैए कुकूर


पदितो जाइ पड़ाइतो जाइ

कुकूरे के हबकैए कुकूर








**** वर्ण---------11*******

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों