बुधवार, 27 जुलाई 2011

गजल

देह केराक थंब सन गोर-नार लगैए

अड़हूलक फूल सन भकरार लगैए


नोर अँहाक तँ बेली-चमेली,गेंदा-गुलाब

मुदा हँसी तँ अँहाक सिंगरहार लगैए


मरनाइ तँ एकै होइ छै सभहँक लेल

लहासे सन तँ कटल कचनार लगैए


सीसोक सीस कटल,चऽहुक चऽहु टुटल

आमक नव पल्लव तँ अंगार लगैए


आम-जाम,कुम्हर-कदीमा,लताम-सरीफा

आब तँ जकरे देखू अनचिन्हार लगैए




**** वर्ण---------16*******

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों