A Research Blog On Maithili Ghazal & Sher-o- Shayari
देह तँ अहाँक गम्हराएल धान सन
रंग तँ अहाँक मगहिआ पान सन
हम तँ आब किछु नहि लीखि सकैत छी
रुप तँ बुझू अहाँक कतकी चान सन
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