घिसियाइत सहसह करैत अधसर अबैए भगलो नै होइए
बात फुराइए घुरियाइए टनटनाइए मुदा बजलो नै होइए
जड़िआएल तहिआयल बात टोइआ दैत अछि दगधल मोनमे
बीझ काटि साफ केलक आ बिनु पढ़ने जाइए ओ रोकलो नै होइए
ककरा कहबै जे पतिआएत आइ ह्रिदै लगैए छै सीयल सभक
सभ बोल वचन उपरागो बिनु सुनेने जाइए सहलो नै होइए
घुरत नै देखेलक अपनैती अपन ओ घुमि रहल छी ऐ शून्यमे
अछि आँखिक झोँझक शून्य असगर हहराइए रहलो नै होइए
आफदी-आसमानी आएल अछि ऐमे के टोकत ठाढ़ होइले कहत
सभ मुँह सीयल शून्य-परिधि बढ़ैत देखाइए देखलो नै होइए
थितगर कौआठारि बनल छी ऐरावतक गत्र-गत्र सिहरै अछि
करजनी सन आँखि बिन बजने जे कहि जाइए सुनलो नै होइए
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