आबो परबोध करु
अपने विरोध करु
लोक तँ बढ़त आगाँ
अहाँ अवरोध करु
धनी बनि जाए धनी
एहने तँ शोध करु
बहर नै गजल नै
इ आबो तँ बोध करु
आएत अनचिन्हार
अहाँ अनुरोध करु
**** वर्ण---------8********
आबो परबोध करु
अपने विरोध करु
लोक तँ बढ़त आगाँ
अहाँ अवरोध करु
धनी बनि जाए धनी
एहने तँ शोध करु
बहर नै गजल नै
इ आबो तँ बोध करु
आएत अनचिन्हार
अहाँ अनुरोध करु
**** वर्ण---------8********
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