मोन पड़ैए केओ अनचिन्हार सन
साइत कहीं इएह ने हो प्यार सन
जे नै कमा सकए टका बेसी सँ बेसी
लोक तँ ओकरे बुझै छै बेकार सन
समय कहाँ कहिओ खराप भेलैए
कमजोर के लगिते छै अन्हार सन
किछु तँ देखाएल चोके-अनचोके मे
चोरे तँ बुझाइए पहरेदार सन
संग रहबै-छोड़बै तँ फरक देखू
बालु जकाँ समस्या पहाड़ सन
**** वर्ण---------14*******
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