शनिवार, 30 जुलाई 2011

गजल

अँहा तँ असगरें मे कानब मोन पाड़ि कए

करेजक बाकस के घाँटब मोन पाड़ि कए


आइ भने विछोह नीक लागि रहल अँहा के

काल्हि अहुरिआ काटि ताकब मोन पाड़ि कए


मिझरा गेलैक नीक-बेजाए दोगलपनी सँ

कहिओ एकरा अँहा छाँटब मोन पाड़ि कए


अँहा जते नुका सकब नुका लिअ भरिपोख

फेर तँ अँही एकरा बाँटब मोन पाड़ि कए


आइ जते फाड़बाक हुअए फाड़ि दिऔ अहाँ

मुदा फेर तँ इ अँही साटब मोन पाड़ि कए



**** वर्ण---------17*******

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों