जखन-जखन सोचब हमरा
अपने में अहाँ पायब हमरा
हमर शव्द गीत बनि कान में
कचोटे त ' अहाँ सोचब हमरा
हम दूर छी त ' कोनो बात नहि
मोन में अपन पायब हमरा
दू काया एक प्राण छी हम दुनू
भेटब त ' अहाँ बुझब हमरा
अहाँ कहलौं जे हम अहाँक छी
मरला बादो निभायब हमरा
हमर शव्द गीत बनि कान में
कचोटे त ' अहाँ सोचब हमरा
हम दूर छी त ' कोनो बात नहि
मोन में अपन पायब हमरा
दू काया एक प्राण छी हम दुनू
भेटब त ' अहाँ बुझब हमरा
अहाँ कहलौं जे हम अहाँक छी
मरला बादो निभायब हमरा
(सरल वार्णिक बहर,वर्ण-१२)
जगदानन्द झा 'मनु' : गजल संख्या -६
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