अहां सों भेल भेंट निश्चय भाग नै फुटत आब
लाख करै कोशिश जमाना खुशी नै लुटत आब
नीक भेल जे हम बनलहु नहि अहॉक छाया
अनहार भेने संग अहॉक नहि छुटत आब
बनल करेज पाथर आब देख लोकक रंग
कोशिश कय देख लिय दिल नहि टूटत आब
अहां सों मिलि जेना रोशनाई घोरायल पानि मे
कोशिश करब कतबहु प्राण नै छुटत आब
जिनगी भारि ताकि छवि अहां क निन्न नई भेल
चिर निद्रा केर कय आलिंगन ई सुतत आब
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मंगलवार, 31 जनवरी 2012
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