सोमवार, 4 फ़रवरी 2013

रुबाइ

रुबाइ-159

पाथरक छाती फाड़ि दिअ जँ हिम्मत रहत
अम्बर एतऽ उतारि दिअ जँ हिम्मत रहत
बिनु हिम्मतक मनुख पशुओसँ बेकार छै
सबटा कुरीति झखारि दिअ जँ हिम्मत रहत

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों