गजल-1.47
आब बचलै घोघटक नै मोल मीता
शर्ट अधकट्टी सनक छै खोल मीता
वोट नै देलौं नाम तेँ गेल छाँटल
मदति सरकारी भेल सब गोल मीता
राम नै भेटल जखन छल नोर जीवन
कुम्भमे तखनो ओकरे बोल मीता
खण्डहर लागै नजरिमे नीक बहुते
जखन निज घरमे खूब छल झोल मीता
दूध ढारब लिंगपर भूखसँ तड़प तूँ
पाथरक लऽग मनुखक कते मोल मीता
धार काते रहि "अमित" नै पानि भेटल
धारमे ज्वाला छल जरल लोल मीता
फाइलातुन-मुस्तफइलुन-फाइलातुन
2122-2212-2122
अमित मिश्र
आब बचलै घोघटक नै मोल मीता
शर्ट अधकट्टी सनक छै खोल मीता
वोट नै देलौं नाम तेँ गेल छाँटल
मदति सरकारी भेल सब गोल मीता
राम नै भेटल जखन छल नोर जीवन
कुम्भमे तखनो ओकरे बोल मीता
खण्डहर लागै नजरिमे नीक बहुते
जखन निज घरमे खूब छल झोल मीता
दूध ढारब लिंगपर भूखसँ तड़प तूँ
पाथरक लऽग मनुखक कते मोल मीता
धार काते रहि "अमित" नै पानि भेटल
धारमे ज्वाला छल जरल लोल मीता
फाइलातुन-मुस्तफइलुन-फाइलातुन
2122-2212-2122
अमित मिश्र
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