मंगलवार, 26 फ़रवरी 2013

गजल

गजल-1.47

आब बचलै घोघटक नै मोल मीता
शर्ट अधकट्टी सनक छै खोल मीता

वोट नै देलौं नाम तेँ गेल छाँटल
मदति सरकारी भेल सब गोल मीता

राम नै भेटल जखन छल नोर जीवन
कुम्भमे तखनो ओकरे बोल मीता

खण्डहर लागै नजरिमे नीक बहुते
जखन निज घरमे खूब छल झोल मीता

दूध ढारब लिंगपर भूखसँ तड़प तूँ
पाथरक लऽग मनुखक कते मोल मीता

धार काते रहि "अमित" नै पानि भेटल
धारमे ज्वाला छल जरल लोल मीता

फाइलातुन-मुस्तफइलुन-फाइलातुन
2122-2212-2122

अमित मिश्र

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों