गजल
थाकल जे मरि गेल जगतमे
भेटत की फुसियाहि बहसमे
भेटत की फुसियाहि बहसमे
की जीतल आ हारि चलल की
जानल के ई बात सहजमे
डाहब सदिखन मोन अपन टा
मतलब ककरा गाम नगरमे
दुनियाकेँ ई खेल पुरनगर
लचरल बुरिबक बीच भँवरमे
करमक सभ राजीव नतीजा
ककरो नै लहि गेल अचकमे
२२२ २२१ १२२
@ राजीव रंजन मिश्र
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