ऐ कुण्डलीक प्रयोग सायास रुपें एहि ब्लाग पर देल गेल अछि। कारण हरेक मैथिली छंद आ उर्दू बहरक समानता-असमानता देखाबए लेल इ नीक रहत।
बोल वचन हुअए नीक, बूझि बाजी जँ बात
गुम्म रहनाइए ठीक, हुए जँ नमहर जाल
हुए जँ नमहर जाल, लेत ओ लप दऽ भीतर
हल्ला बनि जाएत, नै अछि जँ बेर उचित पर
सुनू हमर ई बात, बात होइए अनमोल
ऐरावत कहि जाय, कहू नै ओल सन बोल
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