बाल गजल-62
नेबो तोड़ऽ गेलौँ पैघ साँप भेटल
गाछक ठाढ़िपर छल चैन भेल पसरल
नेबो संग लुधकल पात पियर हरियर
तैपर सजमनिक लत्ती हरियर लतरल
नै हम चिन्हलौँ दू बेर छूबि देलौँ
शीतल जखन लागल तखन साँप अभरल
डरलौँ हम तँ देहो काँपि गेल थर थर
किछु नै केलकै ओ हम तँ देख चौँकल
चोटाहल छलै पट्टी कऽ देलियै हम
करबै प्रेम किछु नै करत शेर भूखल
मफऊलातु-मफऊलातु-फाइलातुन
2221-2221-2122
अमित मिश्र
नेबो तोड़ऽ गेलौँ पैघ साँप भेटल
गाछक ठाढ़िपर छल चैन भेल पसरल
नेबो संग लुधकल पात पियर हरियर
तैपर सजमनिक लत्ती हरियर लतरल
नै हम चिन्हलौँ दू बेर छूबि देलौँ
शीतल जखन लागल तखन साँप अभरल
डरलौँ हम तँ देहो काँपि गेल थर थर
किछु नै केलकै ओ हम तँ देख चौँकल
चोटाहल छलै पट्टी कऽ देलियै हम
करबै प्रेम किछु नै करत शेर भूखल
मफऊलातु-मफऊलातु-फाइलातुन
2221-2221-2122
अमित मिश्र
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