बाजू चोर आ चुहारक लेल ताला की
अँही कहू बेइमानक लेल केबाला की
लोक डुबैत अछि भाव आ अभाव मे
कहू डुबबाक लेल नदी आ नाला की
लोक तँ खुश होइए तेल मालिश सँ
एहि रोगीक लेल दबाइ वा आला की
फूसे घर पर होइए दैवी प्रकोप
इल्डिंग-बिल्डिंग लेल ठनका-पाला की
इज्जत सुकाज सँ भेटै छै संसार मे
एहि लेल बासन-सिंहासन माला की
**** वर्ण---------14*******
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