गुंगुआइत बसात चुप्प रहू
पदुराइत बसात चुप्प रहू
चारु दिस तँ पसरि गेल धुँआ
हे पझाइत बसात चुप्प रहू
अहाँक कुंठा जड़ि जमेने अछि
किकिआइत बसात चुप्प रहू
अहूँ पर हँसत केओ-कहिओ
ठिठिआइत बसात चुप्प रहू
जे भेटत अनचिन्हारे भेटत
चिचिआइत बसात चुप्प रहू
**** वर्ण---------12*******
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