भागब कोनाक दुर जीन्गी सँ
डरब किया मृत्यु केर चीन्गी सँ
जीबन जीब लेल हराण
तोडब त्रास हम जीन्गी सँ
मेटत बहुतो मित्र हित सब
चाहे करै घात कियो जीन्गी सँ
जीवन एकटा राजमार्ग छिऐक
बाचा तोडि चलब जीन्गी सँ
जँ कियो लेब चाहत हमर प्राण
दुर भऽ जायत ओ जीन्गी सँ
आओत फेर सुन्दर भोर
हिया हारी किया जीन्गी सँ
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रविवार, 7 अगस्त 2011
गजल
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prabin chaudhary 'pratik'
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
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