आइ-काल्हि भाँड़े आ की भड़ुएक तँ चलती छैक
आइ-काल्हि चोरे की पहरुएक तँ चलती छैक
होइत रहल निपत्ता फल आ फूल बगैचा सँ
सुखाएल सन जड़ि मालिएक तँ चलती छैक
चिचिआ कए जगबैत छल लोक के सदिखन
गोली खेलक ओ निशबद्दीएक तँ चलती छैक
घोघ के घोघ नै ओकरा आब दोसरे चीज बुझू
साँझ-राति धंधा मे बहुरिएक तँ चलती छैक
कलम लेने ठाढ़ अनचिन्हार चौबटिआ पर
कुबाट देखबैत कुमार्गिएक तँ चलती छैक
**** वर्ण---------18*******
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