पतालमे जा अकास नपैत छी
डिबिआ मिझा प्रकाश तकैत छी
कागतमे लिखल कागती प्लान
घटाला कए विकास चाहैत छी
पानि सड़ि गन्हाइते रहलैक
आरिए बान्हि निकास चाहैत छी
बुड़िबक देवी कुरथी अक्षत
हम एहने विकास करैत छी
चिन्हार नहि अनचिन्हारे नीक
तँए तँ परिचय नुकबैत छी
**** वर्ण---------12*******
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