रुबाइ-128
जादू कोन चलल रोगाह लड़ि रहलै
एगो चूट्टीसँ तँ हाथी बजरि रहलै
छै तागत संकल्पक आत्मविश्वासक
तेँ अदना बानरसँ लंका जड़ि रहलै
जादू कोन चलल रोगाह लड़ि रहलै
एगो चूट्टीसँ तँ हाथी बजरि रहलै
छै तागत संकल्पक आत्मविश्वासक
तेँ अदना बानरसँ लंका जड़ि रहलै
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