A Research Blog On Maithili Ghazal & Sher-o- Shayari
साँवरिया पिया अहाँ ई की कएलहुँ
साउन चढ़ल छोड़ि चलि कोना गएलहुँ
बहल हवा शीतल सिहरैए हमर तन
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