कता
आँगन विदेहक गमकैत चानन सन
पसरतै ई सुगंध मिथिलाक कोण-कोणमे
मैथिल माँटिसँ बनल ज्ञानक बासन सन
सीझै छै कतेको विधाक भात कतेको मोनमे
आँगन विदेहक गमकैत चानन सन
पसरतै ई सुगंध मिथिलाक कोण-कोणमे
मैथिल माँटिसँ बनल ज्ञानक बासन सन
सीझै छै कतेको विधाक भात कतेको मोनमे
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