बुधवार, 12 दिसंबर 2012

रुबाइ

रुबाइ-132

बाझल सम्बन्ध छै वर्चस्वक फेरमे
नेहक घर बिकै सेर सावा सेरमे
केहन युग आबि गेल स्वार्थी लोक छै
नै भेटल हितैसी मनुषक ढेरमे

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों