बाल गजल-72
कारी सिलेटपर उज्जर छपल आखर
ई भंगरैयासँ मेटत सजल आखर
नै बचब गर्दासँ बोरापर जँ बैसब
कारी सिलेटपर उज्जर छपल आखर
ई भंगरैयासँ मेटत सजल आखर
नै बचब गर्दासँ बोरापर जँ बैसब
माँटिपर आँङुरसँ छै बड लिखल आखर
भाषा जँ सीखब तँ बहुते बात बूझब
दोकानपर बोर्डपर छै घसल आखर
पोथी अपन खोलि देखै जे बहुत कम
देखें तँ फोटोक संगे छपल आखर
हिन्दी बहुत लिखल छै आ मैथिली नै
लागै बहुत लोक नै छै पढ़ल आखर
लेखक "अमित" एखनो छै ज्ञानमे कम
तेँ मैथिली सीखि रचबै बचल आखर
मुस्तफइलुन-फाइलातुन-फाइलातुन
2212-2122-2122
अमित मिश्र
भाषा जँ सीखब तँ बहुते बात बूझब
दोकानपर बोर्डपर छै घसल आखर
पोथी अपन खोलि देखै जे बहुत कम
देखें तँ फोटोक संगे छपल आखर
हिन्दी बहुत लिखल छै आ मैथिली नै
लागै बहुत लोक नै छै पढ़ल आखर
लेखक "अमित" एखनो छै ज्ञानमे कम
तेँ मैथिली सीखि रचबै बचल आखर
मुस्तफइलुन-फाइलातुन-फाइलातुन
2212-2122-2122
अमित मिश्र
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