बाल गजल-67
जगमग करै जंगल दिवाली रातिमे
जानवर सब नाचल दिवाली रातिमे
जगमग करै जंगल दिवाली रातिमे
जानवर सब नाचल दिवाली रातिमे
भगजोगनी दै दीप भौँरा मोम दै
गोबरसँ घर नीपल दिवाली रातिमे
भालू जँ बाँटै मधु तँ गैया दूधकेँ
सब मदतिमे लागल दिवाली रातिमे
उल्लू उड़ल एलै लऽ लक्ष्मी माइकेँ
सब ठाढ़ कर जोड़ल दिवाली रातिमे
हाथी कहै फोड़ब फटक्का नीक नै
तैयो बहुत फूटल दिवाली रातिमे
हम एक छी सब ठाम भेटल सीख ई
नेहक सुधा भेटल दिवाली रातिमे
मुस्तफइलुन
2212 तीन बेर सब पाँतिमे
अमित मिश्र
गोबरसँ घर नीपल दिवाली रातिमे
भालू जँ बाँटै मधु तँ गैया दूधकेँ
सब मदतिमे लागल दिवाली रातिमे
उल्लू उड़ल एलै लऽ लक्ष्मी माइकेँ
सब ठाढ़ कर जोड़ल दिवाली रातिमे
हाथी कहै फोड़ब फटक्का नीक नै
तैयो बहुत फूटल दिवाली रातिमे
हम एक छी सब ठाम भेटल सीख ई
नेहक सुधा भेटल दिवाली रातिमे
मुस्तफइलुन
2212 तीन बेर सब पाँतिमे
अमित मिश्र
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