सोमवार, 17 अक्तूबर 2011

गजल

अहां के रूप आन्खि फरफरेबई या
ई फुजल केश मेघ गड्गडेबै या

अहां चलु नई अपन तिरछा चालि
ई चालि प्रीतक रोड कड्कडेबै या

खिलखिला हंसु नई केवल मुस्काओ
अहान्क हँसी करेजा धड़धड्बै या

नुहु नुहु आओ हृदय मिलन लेल
अहां के स्वास हवा सरसरेबई या

जुनि कहु ई डगरिया नई आयब
ई गप हमर देह थर्थरेबय या

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों