शनिवार, 23 जून 2012

गजल

प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक गजल----



नेनाक नेनमतिसँ कष्ट होइ छै केकरो-केकरो

मुदा जँ सियान करै नेनमति तँ कष्ट हेतै सगरो


बुद्धि तँ जीबाक सभ लग छै राखि तथिआएल बुझू

मुदा बुद्धि बलें मात्र जीबैत देखै छी केकरो-केकरो


डरैए अन्हरियासँ सभ तकैए बाट बिहान केर

अन्हारसँ विलगि क' उजास भेटैए केकरो-केकरो


जँ हियाकेँ हेड़ाबए चाही तँ हेड़ा लिअ कतौ-केखनो

हियासँ हिया मीलि पबैए केखनो क' केकरो-केकरो


जगलोमे देखि लेत अछि सपना केखनो-केखनो

सूतलमे सपनाक यथार्थ भेटैए केकरो-केकरो

आखर-----20

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों