अनचिन्हार आखर
A Research Blog On Maithili Ghazal & Sher-o- Shayari
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
सोमवार, 25 जून 2012
रूबाइ
65
बोखारक जहर कोना क' उतरत से कहू
कहिया नेनाक मरब थम्हत से कहू
रोगे छै गरीबक तेँ राजा सूतल
थप्पर कर्तव्यक कहिया पड़त से कहू
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