प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक गजल----
केखन धोखा देत ई समान बजरुआ गारंटी नै
ई केखनो हँसाएत केखनो देत कना गारंटी नै
सरकार बनाबै एहन योजना गरीबक लेल
केखन जेतैक गरीबक अस्तित्व मेटा गारंटी नै
केकरोसँ किछु बाँचल नै छै ऐ दुनियाँमे आब
बड़कोसँ किछु बाँचल नै छै ऐ दुनियाँमे आब
सहलहुँ सभ दुख जे भेटल अनकासँ मुदा
अपनोसँ किछु बाँचल नै छै ऐ दुनियाँमे आब
सभ जेतै बिका खाली दामटा सही हेबाक चाही
सगरोसँ किछु बाँचल नै छै ऐ दुनियाँमे आब
अगड़ा केर नाम पर भेल बहुत राजनीति
पिछड़ोसँ किछु बाँचल नै छै ऐ दुनियाँमे आब
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