रूबाइ-102
जीयत लोक मुदा प्रेम उधार चाही
नै लाख मुदा संग डेग हजार चाही
सूच्चा जँ नै देबै नेह सुधा प्रीतम
डेहे मिलल त' भेटत इ करार चाही
जीयत लोक मुदा प्रेम उधार चाही
नै लाख मुदा संग डेग हजार चाही
सूच्चा जँ नै देबै नेह सुधा प्रीतम
डेहे मिलल त' भेटत इ करार चाही
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