अनचिन्हार आखर
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
सोमवार, 25 जून 2012
रूबाइ
72
नै शब्द जानै छी नै प्रेम जानै छी
रान्हल करेजक आखर मात्र आनै छी
तमसायल छी त तमसा लिअ नदानी पर
जे नै हम जानै छी सएह सानै छी
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