मंगलवार, 26 जून 2012

रूबाइ

रूबाइ-94

बेटाक चिन्ता जेना बापके होइ
फँसबाक चिन्ता लोक खरापके होइ
टाकाक कमीसँ केउ त' केउ बेसीसँ
ककरो चिन्ता गरीबक शरापके होइ

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों