अनचिन्हार आखर
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
सोमवार, 25 जून 2012
रूबाइ
59
भासल लोक सब भसेबाक चक्कर मे
कानल हकन नोर कनेबाक चक्कर मे
डाहक लुत्ती सँ त' अपने घ'र जड़ै छै
अपने खसल छै खसेबाक चक्कर मे
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