मंगलवार, 26 जून 2012

रूबाइ

-91

बाजल लाश आब पाँच काठी चाही
बूढ़ी काकी कहैए लाठी चाही
एहन अंतीमो समयमे किछ चाही
ककरो आगि ककरो खोरनाठी चाही

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों