मिललै आँखिसँ आँखि देह सिहरि गेलै
सटलै चामसँ चाम देह सिहरि गलै
हमरा आब नै चाही किछु संसारमे
भेलै प्रेमसँ प्रेम देह सिहरि गेलै
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गुरुवार, 1 दिसंबर 2011
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
मिथिला माय करैथ पुकार
जवाब देंहटाएंबेटा! जागु आबो बनु होशियार!
दुश्मन के करू खबरदार!
दोसर भावे जड़ैछ अहाँ सँ,
हुनका संग करू मृदु व्यवहार।
स्वयंमें जे अछि कायर घनघोर,
माइर भगाबू कर्महि धार।
दूर भगाबू दहेज के कूरीति,
मानू बेटी सभ के सुन्दर नाज।
मातृ ऋण सँ उऋण बनू,
करू जगत् में सुन्दर काज।
मिथिला सदिखन उपमा बनल,
आइयो चलय सब उच्च संस्कार।
राखू लाज माय के आबो,
एकत्रित बनि राखू ताज।
मिथिला माय करैथ पुकार!
हरिः हरः!